ये है भारतीय सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह की हाईस्कूल की सनद....जिसमे जन्म तिथि साफ-साफ 10.05.1951 दिख रही है....अब आप ही सोच लो कान्ग्रेस की क्या साजिश है इसके पीछे????????
भारतीय सेना प्रमुख की जन्म तिथि को लेकर आज कल बहुत बवाल मचा हुआ है
पर क्या आप जानते है ऐसा क्यूँ है
कांग्रेस का कहना है की उनकी जन्म तिथि गलत है उन्हें एक साल पहले रिटायर
हो जाना चाहिए था पर उन्होंने गलत जन्मतिथि बताई है जिसके कारन उनका कार्यकाल
एक से दो साल तक बढ गया है चलिएकुछ समय के लिए मन लेते है की कांग्रेस सही
कह रही है पर इतने सालो तक क्या कांग्रेस सो रही थी अचानक उसे सेना प्रमुख की
जन्म तिथि की क्यूँ चिंता होने लगी ...ये कोई इतना बड़ा विषय तो नहीं है ...जिस तरह सरकारी नोकरियो में दो से तीन साल का extention मिल जाता है तो क्या सेना प्रमुख
को नहीं मिल सकता मिल सकता है .....परन्तु यहाँ मामला कुछ और ही है बात ये है
की हमारे सेना प्रमुख एक नेक इमानदार और सच्चे इन्सान है और कांग्रेस उन्हें
इसलिए हटाना चाहती है क्यूँ की अगले साल भारत एक बहुत बड़ा रक्षा सौदा करने
जा रहा है आपको याद होगा इसी रक्षा सौदे के लालच में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक
ओबामा भारत आया था जिसे कारन अमेरिका को बहुत फायदा होता उसके यहाँ
लाखो नोकरियाँ निकलती ...तो माज़रा ये है की कांग्रेस वतमान सेना प्रमुख को हटा
के किसी अपने व्यक्ति को बिठाना चाहती है ताकि वो होने वाले इन रक्षा सौदों में फिर
से करोडो की दलाई खा सके .. (बोफोर्स तोपों के घोटालो की तरह )
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आदर्श घोटाले मे कांग्रेस को ना बचाने की सजा कांग्रेस दे रही है सेना प्रमुख को .
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मित्रों , कितनी शर्म की बात है कि हमारे पडोशी चीन और पाकिस्तान अपनी सेना को मजबूत करते जा रहे है और भारतीय सीमा से स्टे नए नए एअरपोर्ट और बंकर बनाते जा रहे है और वही दूसरी तरफ भारत का सेना प्रमुख कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहा है ..
मित्रों भारत के इतिहास मे १६ जनवरी २०१२ का दिन एक कलंकित दिन के रूप मे याद किया जायेगा जब इतिहास मे पहली बार किसी सेना प्रमुख को सरकार अपने निजी स्वार्थ के लिए इस देश की सुरक्षा की जगह अदालतों का चक्कर काटने पर मजबूर कर रही है ..
क्या है सेना प्रमुख का उम्र विवाद ?
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सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह के स्कूल से लेकर युनिवर्सिटी , पासपोर्ट , ड्राइविंग लाइसेन्स, सेना के आई कार्ड , उनके सर्विस रिकार्ड , प्रोमोशन दस्तावेज , यानी सभी जगह उनकी जन्मतिथि 10 मई 1951 दर्ज है लेकिन एनडीए के फार्म मे क्लर्क ने गलती से 1950 लिख दिया था .फिर जब वो सेना मे लेफ्टिनेंट बने तब उनके पिताजी जो खुद उस समय कर्नल थे और बाद मे जनरल बने उन्होंने कागजात प्रस्तुत करके और हलफनामा देकर क्लर्क की इस गलती को सुधरवा दिया ..
यहाँ तक कि वीके सिंह ने सेना मे अब तक जितने भी प्रोमोशन और प्रशस्ति पत्र पाए है उन सब पर उनकी जन्मतिथि 10 मई 1951 ही दर्ज है . सेना के एक आरटीआई के जबाब मे खुलासा भी किया है कि उनकी जन्मतिथि सेना के रिकार्ड मे 10 मई 1951 ही है .
फिर विवाद की असली वजह क्या है ?
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असल मे वीके सिंह ने सेना से सम्बन्धित दो बड़े घोटालों की जाँच की -- सुकना जमीन घोटाला और कारगिल शहीदों के परिजनों के नाम पर बने आदर्श सोसाइटी घोटाला .
इन दोनों घोटालों मे असली दोषियो को बचाने के लिए वीके सिंह पर केन्द्र सरकार का जबरदस्त दबाव था . क्योकि आदर्श सोसाइटी घोटाले मे महाराष्ट्र के सभी बड़े कांग्रेसी नेता और कई केन्द्रीय मंत्री और राबर्ट वढेरा तक का नाम सामने आने लगा . सुशील कुमार शिंदे , [जो आज बेशर्मी से एक राज्य के राज्यपाल है और महामहिम बने है , ] अशोक चौह्वण विलास राव देशमुख [ये भी बेशर्मी से केन्द्रीय केबिनेट मंत्री बने हुए है ] शरद पवार [ इनको बेशर्म कहना बेशर्म शब्द का अपमान होगा ]
और खुद भारत के “राष्ट्रिय दामाद “ यानी राबर्ट वढेरा कभी इस घोटाले मे फसते नजर आये ..
लेकिन क़ुरबानी सिर्फ अशोक चौह्वाण की ही दी गयी और बाकी सब अपने पद पर डटे रहे .
वीके सिंह ने इस घोटाले की जाँच बड़ी ही निष्पक्षता और ईमानदारी से की हलांकि उनके उपर कांग्रेस पार्टी और केंद्र सरकार का बहुत बड़ा दबाव था कि २ जी घोटाले की भठ्ठी मे जल रही सरकार को वीके सिंह एक और भठ्ठी मे ना फेंके , लेकिन वीके सिंह ने केंद्र सरकार के दबाव के आगे झुकने से मना कर दिया .
फिर सुकना जमीन घोटाला सामने आया जिसने बंगाल के कुछ कांग्रेस नेता सेना के दो अधिकारियों अवधेश प्रताप सिंह और अशोक रथ के साथ मिलकर सेना की जमीन पर एक पब्लिक स्कूल और एक रिजोर्ट बनाने की प्लानिंग की .लेकिन एक निजी चैनल ने इस घोटाले का भंडाफोड़ कर दिया .
इसमे भी वीके सिंह ने दो लेफ्टिनेंट जनरल का कोर्ट मार्शल करवाया और कांग्रेस से जुड़े एक बड़े उद्योगपति को जेल भिजवाया .
कांग्रेस का इतिहास है बदला लेने के लिए कुछ भी कर दे
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मित्रों जैसे पहले बाबा रामदेव सरकार और कांग्रेस के लिए बहुत अच्छे थे सारे कांग्रेसी उनके योग शिविरों मे जाने के लिए बेताब रहते थे कांग्रेसी उनके गुण गाते थे .लेकिन जैसे ही बाबा रामदेव ने काले धन और भ्रष्टाचार की बहस इस देश मे छेड़ दी उसका नतीजा है आज बाबा रामदेव को सरकार और कांग्रेस दाउद इब्राहीम से भी बड़ा खतरा मानती है ..केंद्र सरकार ने अपनी सारी १० बड़ी जाँच एजेंसियों को उनके अपने सारे काम से हटाकर सिर्फ बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के पीछे लगा दिया .
ठीक ऐसे ही सरकार ने सोनिया गाँधी के आदेश से जनरल वीके सिंह की पूरी जन्मकुंडली खंगालने को कहा ..सीबीआई से लेकर आईबी तक उनके पैतृक गांव, उनकी प्रापर्टी , उनके सारे इन्वेस्टमेंट , उनके सारे आयकर रिर्टन , उनके सारे दस्तावेज खंगालने लगे .
फिर जब उनको कुछ भी नही मिला तब कांग्रेस ने कोर्ट मार्शल के द्वारा पांच साल सजा प्राप्त अवधेश प्रताप सिंह से जेल मे संपर्क किया जो सेना के गुप्तचर कोर मे रह चुके है .उन्होंने बताया की वी के सिंह के एनडीए मे दाखिले के समय भरे फार्म मे क्लर्क से एक गलती हुई है जिसके आधार पर कुछ मामला मिल सकता है ..
आखिर कांग्रेस और सरकार जनरल वीके सिंह को एक
साल पहले रिटायर क्यों करना चाहती है ?
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असल मे आदर्श घोटाले मे अभी कई नाम और खुलने बाकी है और सेना को अभी बोम्बे हाई कोर्ट मे कई दस्तावेज देने है जिसमे कांग्रेस के जमाई राबर्ट वढेरा भी लपेटे मे आ सकते है इसलिए सरकार उन्हें एक साल पहले ही जबरजस्ती रिटायर करना चाहती है .
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सेनाध्यक्ष वी के. सिंह पर विवाद की असली वजह क्या है ?
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क्या ये सजा है आदर्श घोटाले की निष्पक्ष जांच की?
क्या ये सजा है कांग्रेस के बड़े नेताओं को बचाने की ?
क्या ये सजा है राबर्ट वाड्रा का नाम इस विवाद में लाने की?
क्या ये सजा है उस देश के सीमाओं की रक्षा तत्परता के साथ करने की जिसके नागरिक भावशून्य हैं?
क्या ये सजा है इस बात की कि कांग्रेस के विपक्ष में एक बेहद कमजोर पार्टी या alliance है?
क्या ये सजा है १९७१ में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में सक्रीय रहने की जो पाकिस्तान इत्तेफाक से हमारा भाई कहा जाता है सेकुलर लोगों कि जुबान में ..?
क्या ये सजा है ''परम विशिष्ट सेवा मेडल ' 'अतिविशिष्ट सेवा मेडल' 'युद्ध सेवा मेडल' मिलने की?
क्या ये सजा है इस बात की कि उन्हें ये सम्मान मिला ''On 11 March 2011, Singh was inducted into the United States Army War College (Class of 2001 graduate) International Fellows Hall of Fame. He is the 33rd International Fellow and the first Indian Armed Forces officer to be inducted.
अब सजा तो मिली है उन्हें..क्यों मिली सबको पता है या ये कहिये जानकर भी कोई नही जानना चाहता/क
इनटू ये सवाल हर आम देश भक्त के दिमाग में उठेगे -
क्यूँ कोई लडेगा इस देश के लिए ?
क्यों कोई अपने परिवार से अलग होकर सेना के साथ बोर्डर पर जाएगा ?
क्यूँ कोई सम्मान की जगह अपमान झेलेगा?
ऐसे बहुत से क्यूँ हैं जिनका जवाब है भी और नही भी.. खोजिये जवाब ,दीजिये जवाब , और हाँ मांगिये जवाब..
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सबसे खास वजह.......................
अगर जनरल वी के सिंह १० महीने के बाद रिटायर होते है तो फिर कांग्रेस अपने जिस "खास " को सेना प्रमुख बनाना चाहती है वो कभी नहीं बन पायेगा ..क्योकि वो इसी बीच रिटायर हों जायेगा ..
और उस खास लेफ्टिनेंट जनरल के बेटे की शादी एक पाकिस्तानी लड़की से हुयी है .. और उसकी लड़की और दामाद इटली के मिलान मे एक हथियार बनाने वाली कम्पनी मे इंजिनियर है
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